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यदि हम देश की राजधानी की बात करते है तो इस राजधानी को बलात्कारी राजधानी का खिताब देने से मैं पीछे नहीं हटता .. जहां से देश की सारी सम्मस्याओं का निवारण होता है वहीं ये गंदे काम हो तो फिर उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री के जिलों का क्या कहना ?
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक नाबिलग लड़की के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है..इस मामले के मुख्य अरोपी कोई ओर नहीं बल्की नरैनी से बीएसपी विधायक पुरुषोत्तम द्विवेदी है... जिन पर ये आरोप है कि उन्होने अपने चार साथियों के साथ मिलकर इस लड़की का बलात्कार किया था...जिसको लेकर मख्यमंत्री मायावती ने तत्काल ही सीबीसीआईडी की जांच के आदेश दे दिये.... वहीं विपक्ष के हमले से बचने के लिये तुरंत ही विधायक पुरुषोत्तम द्विवेदी को पार्टी के जिला प्रभारी के पद से निष्काशित भी कर दिया गया .... सीबीसीआईडी ने इस मामले की छीन बीन करते हुए कई तथ्य एसे जुटाये जिनको लेकर लोगो को हेरानी होनी लगी....
सीबीसीआईडी ने सबसे पहले शीलू के भाई से करीब 3घंटो तक पूछताछ की... वहीं सीबीसीआईडी ने शीलू के भाई संजू से पूछा की शीलू रज्जू के पास कैसे पहुंची और वह विधायक के घर से क्या क्या चोरी करके लेगयी है...शीलू के पिता बताया कि शीलू का रज्जू ने अपहरण करके उसे दूर किसी गांव में बंधक बना लिया था... लेकिन उसकी सूचना शीलू के पिता ने विधायक के अलावा किसी को नहीं दी थी .....ये बात सुनकर सीबीसीआईडी के कान खड़े हो गये कि उसने उसकी सूचना पुलिस की जगह विधायक को क्यों दी...वही विधायक पुरुषोत्तम ने भी इसकी सूचना पुलिस को देना उचित नहीं समझा....आखिर कार जहन में ये सवाल सामने आ रहा है कि यदि शीलू के पिता को कानून की जानकारी नहीं थी तो विधायक जी को तो पुलिस को सूचना देनी चाहिए.... लेकिन विधायक ने सूचना दिये बिना ही लड़की को छुड़ाने के लिये अपने आदमियों को भेजकर उसे छुड़ा लिया.....और फिर शीलू को उसके घर भेजने की वजह उसे अपने ही घर में क्यों रोक लिया ?.....सीबीसीआईडी को ये सारी बाते तब पता चली जब जांच टीम ने विधायक के घर का मुआयना किया ..तो पता चला कि विधायक ने लड़िको अपने कमरे के पास वाली गैलरी में सोनी की जगह दी थी...क्या इतने बड़े घर में केवल वही जगह थी जहां उसे रखा गया...जांच टीम को एक ओर नया पहलू देखने को मिला हा कि विधायक के कमरे का पिछला गेट उसी गैलरी में खुलता है...जहां शीलू को रखा गया था.....
जिसे देख कर सीबीसीआईडी की टीमं हैरान रह गयी... वहीं विधायक पुरुषोत्तम द्विवेदी ने इन सारे आरोपो को छुपाने के लिये 4 जनवरी को पत्रकारों से ये तक कह दिया कि वह किसी भी तरह की जांच कराने को तैयार है....वहीं सारी छानबीन के बाद सीबीसीआईडी की टीम ने विधायक द्विवेदी को दोषी करार दिया.....जिसके चलते विपक्ष ने हल्ला बोलना शुरु कर दिया....वहीं विधायक पुरुषोत्तम द्विवेदी ने अपने आप को बचाने के लिये लड़की को ही जेल भेज दिया...विधायक ने लड़की पर आरोप लगया है कि लड़की ने उसके घर से 5 हजार रुपये की चोरी की थी... जिसके चलते पुलिस ने बिना छानबीन के उस लड़की को जेल भेज दिया.. वहीं इस पूरे मामले में हाईकोर्ट में दाखिल याचिका ने सरकार को कई बर फटकार भी लगायी... और सुप्रीम कोर्ट ने भी यूपी सरकार से पूछा है कि उन्होने किस आधार पर लड़की को 33 दिनो तक हिरासत में रखा था...इस मामले में विपक्ष भी सरकर को घेरने से नहीं चूका.. विपक्ष ने सरकर पर हमला बोलते हुए कहा है कि लड़की को गलत आरोपों में फसाया गय़ा है....जिसके चलते मायावती ने लड़की को अपने जन्मदिन के दिन छोड़ने के आदेश दे दिये..... शीलू ने छूटते ही मायावती को ही घेरना शुरु कर दिया...शीलू का कहना है कि उसे माया ने नहीं बल्की कोर्ट ने छोड़ा है.. वहीं न्याय न मिलने पर फूलन का रुप धारण कर ने की भी धमकी दी है....यूपी सरकार की मुख्यमंत्री मायावती की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही है विपक्ष भी लगातार सरकर को घेरने की कोशिश में लगा है.. वहीं इस पूरे मामले में एक बात सामने ये आ रही है कि बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने जो आदेश दिया था कि विधायक पर आरोप साबित होने के बाद उसे पार्टी से निष्काशित कर दिया जायोगा लेकिन वो बात क्या सिर्फ दिखाने की थी या उस पर कोई अमल भी होगा....

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